केन्द्रीय गृह एवं सहकारिता मंत्री श्री अमित शाह ने आज गुजरात के जूनागढ़ में श्री दिव्यकांत नाणावटी जी के जन्म शताब्दी वर्ष पर आयोजित ‘स्मृति पर्व’ कार्यक्रम को संबोधित किया

Amit Shah
Union Home Minister and Minister of Cooperation, Shri Amit Shah addresses the 'Smriti Parv' programme organized on the birth centenary of Shri Divyakant Nanavati Ji in Junagadh, Gujarat today
श्री दिव्यकांत नाणावटी जी उन लोगों में से हैं जो समाज के लिए जीते है और दूसरों के लिए कुछ करते हैं

किसी व्यक्ति को अगर कोई 100 सालों के बाद भी याद करता है तो इसका अर्थ है कि उस व्यक्ति का जीवन सार्थक रहा है

श्री दिव्यकांत नाणावटी जी ने ना सिर्फ जूनागढ़ बल्कि पूरे गुजरात की जनता के लिए जनकल्याण के कार्य किये

मोदी सरकार में पद्म पुरुस्कारों को योग्य व्यक्तियों को देने की शुरुआत हुई

प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी जी ने देश के योग्य व्यक्ति को पद्म पुरस्कार मिल सके इसकी पूरी व्यवस्था खड़ी करने का काम किया

भक्तिसाहित्य की श्रेष्ठतम विभूति नरसिंह मेहता जी ने अपना पूरा जीवन साहित्य को समर्पित कर दिया और उनके जैसा उत्कृष्ट साहित्यकार मिलना असंभव है

नरसिंह मेहता जी ने वेदों और उपनिषदों का सारा रहस्य, संक्षिप्त तरीके से और आसान भाषा में लोगों के सामने रखा

लोगों को सामाजिक न्याय के बारे में समझना है तो एक बार नरसिंह मेहता जी को अवश्य पढ़ना चाहिए

Delhi 02 DEC 2023  

केन्द्रीय गृह एवं सहकारिता मंत्री श्री अमित शाह ने आज गुजरात के जूनागढ़ में श्री दिव्यकांत नाणावटी जी के जन्म शताब्दी वर्ष पर आयोजित ‘स्मृति पर्व’ कार्यक्रम को संबोधित किया।

अपने संबोधन में श्री अमित शाह ने कहा कि श्री दिव्यकांत नाणावटी जी उन लोगों में से हैं जो समाज के लिए जीते है और दूसरों के लिए कुछ करते हैं। उन्होंने कहा कि रुपायतन संस्था ने आज एक ऐसी पुस्तक का प्रकाशन किया है नई पीढ़ी के नेताओं को निश्चित रूप से मार्गदर्शन देने वाली सिद्ध होगी। श्री शाह ने कहा कि किसी भी व्यक्ति को अगर कोई 100 सालों के बाद भी याद करता है तो इसका अर्थ है कि उस व्यक्ति का जीवन सार्थक रहा है। श्री दिव्यकांत जी लगातार दो बार विधायक बने और गुजरात के कानून और न्याय मंत्री भी रहे और उन्होंने ना सिर्फ जूनागढ़ बल्कि गुजरात के सार्वजनिक जीवन में भी अनेक प्रकार के योगदान दिए।

केन्द्रीय गृह मंत्री ने कहा कि भक्तिसाहित्य की श्रेष्ठतम विभूति नरसिंह मेहता जी ने अपना पूरा जीवन साहित्य को समर्पित कर दिया और उनके जैसा उत्कृष्ट साहित्यकार मिलना असंभव है। उन्होंने कहा कि मेहता जी ने वेदो और उपनिषदों का सारा रहस्य, संक्षिप्त तरीके से और आसान भाषा में लोगो के सामने रखा। उन्होंने कहा कि उस जमाने में अस्पृश्यता का विरोध करने की हिम्मत सिर्फ नरसिंह मेहता ही कर सकते थे। श्री शाह ने कहा कि अगर सामाजिक न्याय के बारे में जानना है तो एक बार नरसिंह मेहता जी को समझना होगा। उन्होंने कहा कि नरसिंह मेहता जी की इस पावन भूमि पर रुपायतन संस्था ने इस भूमि के पुत्र दिव्यकांत जी की स्मृति में पुस्तक प्रकाशित की है, जो निश्चित रुप से जूनागढ़ और गुजरात के सार्वजनिक जीवन में काम करने वाले लोगो के लिए एक प्रेरणा बनेगी।

 

श्री अमित शाह ने कहा कि रुपायतन संस्था भी लगभग 75 सालों से सामाजिक जीवन के विभिन्न आयामों पर बहुत अच्छा काम कर रही है। उन्होंने कहा कि भीखुदान जी ने गुजरात और सौराष्ट्र की कला को पुरानी पीढी से नई पीढी तक पहुंचाने का काम किया है। उन्होंने कहा कि भीखुदान गढवी, काग बापू और आज के साहित्यकारों के बीच की पीढी के सेतु  और उन्होंने गुजरात के साहित्य में बहुत बडा योगदान दिया है। श्री शाह ने कहा कि जब श्री नरेन्द्र मोदी जी पहली बार देश के प्रधानमंत्री बने तब उन्होंने भीखुदान जी के योगदान को मान्यता देते हुए उन्हें पद्म श्री से सम्मानित करने का काम किया। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी जी ने देश के योग्य व्यक्ति को पद्म पुरस्कार मिल सके इसकी पूरी व्यवस्था खड़ी करने का काम किया।