विजीलैंस ब्यूरो ने अपने ही इंस्पेक्टर को 5000 रुपए रिश्वत लेने के दोष के तहत किया गिरफ़्तार


चंडीगढ़, 1 नवंबरः-  

राज्य में भ्रष्टाचार के ख़ात्मे के विरुद्ध शुरु की मुहिम के दौरान पंजाब विजीलैंस ब्यूरो ने आज ब्यूरो के रेंज दफ़्तर अमृतसर में तैनात अपने ही एक इंस्पेक्टर अमोलक सिंह को 5000 रुपए की रिश्वत लेने के दोष के तहत गिरफ़्तार कर लिया।

इस सम्बन्धी जानकारी देते हुये विजीलैंस ब्यूरो के प्रवक्ता ने बताया कि दोषी विजीलैंस इंस्पेक्टर को प्रभमेश मोहन निवासी न्यू महेन्दरा कालोनी, अमृतसर की शिकायत पर गिरफ़्तार किया है।

प्रवक्ता ने आगे बताया कि शिकायतकर्ता ने आनलाइन शिकायत नंबर पर एक वीडियो अपलोड करके दोष लगाया है कि उसको और उसकी पत्नी, जोकि नगर निगम अमृतसर में कर्मचारी है, को ब्यूरो द्वारा 2021 में भ्रष्टाचार के एक केस में गिरफ़्तार किया गया था और अदालत ने उनको ज़मानत दे दी है।

शिकायतकर्ता ने आगे दोष लगाया कि अमोलक सिंह इस मामले का तफ़तीशी अफ़सर होने के नाते उससे 5000 रुपए बतौर रिश्वत के तौर पर माँग रहा था और बहाना उनके केस में नमूने के तौर पर उसकी आवाज़ रिकार्ड करने का लगाया गया था। शिकायतकर्ता ने सबूत के तौर पर इस बातचीत को अपने फ़ोन पर रिकार्ड करके विजीलैंस को भी सौंप दिया है।

शिकायत के तथ्यों और सबूतों की पड़ताल के उपरांत विजीलैंस ब्यूरो ने उक्त इंस्पेक्टर को शिकायतकर्ता से 5000 रुपए की रिश्वत लेने के दोष के तहत काबू कर लिया।

इस सम्बन्ध में दोषी पुलिस अधिकारी के खि़लाफ़ विजीलैंस के उड़न दस्ता-1 पंजाब, थाना एस. ए. एस. नगर में भ्रष्टाचार रोकथाम कानून के अंतर्गत मामला दर्ज करके आगे कार्यवाही शुरू कर दी गई है।

 

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