मुख्यमंत्री चन्नी बताएं- बेरोजगारी के खिलाफ संघर्ष कर रहे दलजीत की सरकारी हत्या के लिए कौन है जिम्मेदार- मीत हेयर

HC rap to Punjab govt over sale of illicit liquor has exposed Captain: Meet Hayer
महीने से मोहाली में धरने पर बैठे बेरोजगार पीटीआई अध्यापक की डेंगू से हुई मौत 
कांग्रेस सरकार के एजेंडे पर न शिक्षा है और न ही स्वास्थ्य है- ‘आप’ 

चंडीगढ़, 14 नवंबर 2021

आम आदमी पार्टी (आप) पंजाब के यूथ विंग के अध्यक्ष एवं विधायक मीत हेयर ने बेरोजगारी के खिलाफ संघर्ष कर रहे बेरोजगार पीटीआई यूनियन (646) के सदस्य दलजीत सिंह काका भाऊ की डेंगू से हुई मौत को सरकारी हत्या करार दिया है और इसके लिए सत्ताधारी कांग्रेस को जिम्मेदार ठहराया है।

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पार्टी मुख्यालय से रविवार को जारी बयान में मीत हेयर ने बताया कि मोहाली स्थित धरना लगाकर नौकरी की मांग कर रहे बेरोजगार पीटीआई यूनियन (646) से संबंधित गांव कोड़ीवाला (सरदूलगढ़) मानसा के होनहार नौजवान दलजीत सिंह काका भाऊ की असामयिक मौत पर समूची आम आदमी पार्टी द्वारा दुख प्रकट किया गया और इसके लिए गले-सड़े और दिशाहीन सरकारी सिस्टम समेत सत्ताधारी सियासतदानों को आरोपी ठहराया। मीत हेयर ने बताया कि एक ओर प्रदेश के सरकारी स्कूलों में पीटीआई अध्यापकों के सैकड़ों पद खाली पड़े हैं और छात्र खेलने-कूदने के लिए पीटीआई अध्यापकों को तरस रहे हैं, वहीं दूसरी और पढ़-लिख आवश्यक योग्यता लेकर पीटीआई उम्मीदवार नौकरियों के लिए सड़कों-टैंकों पर पक्के धरने लगाने को मजबूर हैं।

मीत हेयर ने बताया कि बेरोजगार पीटीआई यूनियन (646) के बैनर तले पिछले 32 दिनों से नौजवान लडक़े-लड़कियां मोहाली स्थित एक पानी की टंकी के नीचे धरने पर बैठे हैं, जिनके कुछ साथी 32 दिनों से ही पानी की टंकी पर चढ़े हुए हैं।

मीत हेयर ने कहा कि एक ओर मुख्यमंत्री चरणजीत सिंह चन्नी आम लोगों में बने रहने के लिए रोज नया ड्रामा करते हैं। लेकिन अपने निजी और सरकारी आवास से केवल 15-20 मिनट दूरी पर स्थित धरना देकर बैठे इन नौजवानों को मिलने या उनकी बात सुनने का उनके पास कोई समय नहीं है। इससे साबित होता है कि चन्नी जमीनी हकीकत से दूर सिर्फ हवा में तीर मार रहे हैं।

मीत हेयर ने कहा कि यदि सरकार के पास नीति और साफ-सुथरी नीयत हो तो न केवल पीटीआई यूनियन बल्कि पंजाब भर में धरने पर बैठे विभिन्न बेरोजगार और अन्य संगठनों के मुद्दे घंटों में हल हो सकते हैं।

मीत हेेयर ने कहा कि शिक्षा के क्षेत्र की तरह लोक स्वास्थ्य भी सरकार के एजेंडे पर नहीं हैं, जिस कारण डेंगू से सैकड़ों लोगों की मौत होने के बावजूद कांग्रेस सरकार आज भी डेंगू की बीमारी पर काबू नहीं पा सकी है। मीत हेयर ने बताया कि मोहाली में जिस जगह प्रदर्शनकारी धरने पर बैठे हैं, वहां आसपास की गंदगी के कारण दलजीत सिंह डेंगू की चपेट में आया, जो लगातार 29 दिन से उसी जगह पर दिन-रात धरने पर बैठा था।

मीत हेयर ने दलजीत सिंह की मौत के लिए सीधे तौर पर सरकार को जिम्मेदार बताया है। इसलिए चन्नी सरकार दलजीत सिंह के परिवार के एक सदस्य को सरकारी नौकरी और उचित मुआवजा देने के साथ-साथ धरने पर बैठे सभी बेरोजगारों को अपने घर-घर नौकरी के वादे के अनुसार नौकरियां देना सुनिश्चित करे।