कांग्रेस भवन की जगह सचिवालय में क्यों नहीं बैठते पंजाब के मंत्री?: भगवंत मान

BHAGWANT MANN
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कहा – सिर्फ कांग्रेसियों के मंत्री नहीं हैं प्रदेश के सीएम, कैप्टन तथा सिद्धू स्पष्ट करें कि क्या कांग्रेस के खजाने से वेतन लेते हैं पंजाब के कैबिनेट मंत्री?
गैर-कांग्रेसी फरियादियों को जबरदस्ती कांग्रेस भवन जाने के लिए मजबूर न करे कांग्रेस
चंडीगढ़,21 अगस्त 2021
आम आदमी पार्टी (आप) पंजाब ने सत्तारूढ़ कांग्रेस द्वारा अपने मंत्रियों को चंडीगढ़ के पंजाब कांग्रेस भवन में बैठने के आदेश पर कड़ी आपत्ति जताई और पूछा कि क्या पंजाब के मंत्री केवल कांग्रेस के मंत्री हैं?
अगर मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह सहित सभी कैबिनेट मंत्री खुद को पंजाब और पंजाबियों के मंत्री मानते हैं,तो वे पंजाब सिविल सचिवालय में अपने आधिकारिक कार्यालयों में क्यों नहीं बैठते हैं, जहां हर कोई शिकायतकर्ता, पीड़ित या जरूरतमंद व्यक्ति बिना किसी भेदभाव के संबंधित मंत्री से मिल सके?
शनिवार को पार्टी कार्यालय से जारी एक बयान में पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष और सांसद भगवंत मान ने मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह और पंजाब कांग्रेस अध्यक्ष नवजोत सिंह सिद्धू द्वारा प्रदेश के कैबिनेट मंत्रियों को पंजाब भवन में ड्यूटी देने के हुक्म पर टिप्पणी करते हुए कहा कि साढ़े चार साल तक अपने महलों व कोठियों में बैठक कर सत्ता का मजा लेने वाले सत्ताधारियों को अब चुनावों ने लोगों के दुख तकलीफों तथा शिकायतें सुनने की याद दिला दी है, क्योंकि इन सत्ताधारियों ने साढ़े चार साल में लोगों की एक नहीं सुनी और अब जनता उनकी एक नहीं सुनना चाहती।
सत्ताधारी दल ने भले ही पंजाब की उपेक्षित और प्रताड़ित जनता की शिकायतों को सुनने का फैसला लिया हो, लेकिन असल में यह प्रक्रिया केवल कांग्रेसियों तक ही सीमित है,जो सही नहीं है। गैर-कांग्रेसी फरियादियों को पंजाब कांग्रेस भवन बुलाकर उन्हें जबरन कांग्रेसी बनाने की नई ‘औरंगजेबी प्रथा’ शुरू की जा रही है।
मान ने सवाल किया कि क्या कांग्रेस पंजाब के लोगों के साथ इस प्रकार से जोर जबरदस्ती करेगी या फिर सत्ताधारी कांग्रेसिए उन मजबूर तथा पीड़ित लोगों की मजबूरी का फायदा उठाकर कांग्रेस भवन बुलाएंगे, जो राजनीतिक, सामाजिक,धार्मिक, व्यक्तिगत या किसी भी कारण से कांग्रेस का नाम भी लेना पसंद नहीं करते?
भगवंत मान ने कहा कि इस तरह की संकीर्ण राजनीति उन कैबिनेट मंत्रियों को शोभा नहीं देती जो पंजाब के खजाने से विशेषाधिकारों का आनंद ले रहे हैं।
आप नेता ने यह भी कहा कि “यदि मुख्यमंत्री सहित सारे कैबिनेट मंत्री पंजाब प्रदेश कांग्रेस के खजाने से वेतन व अन्य सभी सुविधाएं लेते हैं तो आम आदमी पार्टी सहित किसी भी गैर कांग्रेसी दल को मंत्रियों के कांग्रेस भवन में बैठकर दरबार लगाने पर कोई परेशानी नहीं होनी चाहिए” मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह तथा पंजाब कांग्रेस प्रधान नवजोत सिंह सिद्धू को पंजाब की जनता को यह जरूर स्पष्ट करना चाहिए कि क्या उनके कैबिनेट मंत्री पंजाब के खजाने से या फिर कांग्रेस के खजाने से वेतन लेते हैं?
भगवंत मान ने आगे कहा कि मुख्यमंत्री और कैबिनेट मंत्रियों को अपने फैसले पर पुनर्विचार करने की जरूरत है। मंत्रियों को सिविल सचिवालय स्थित अपने कार्यालयों में नियमित ड्यूटी देनी चाहिए और यह सुनिश्चित करना चाहिए कि सचिवालय प्रत्येक शिकायतकर्ता या पीड़ित के लिए खुला हो। भगवंत मान ने यह भी सलाह दी कि यदि दरबार लगाना ही है तो चंडीगढ़ पंजाब कांग्रेस भवन की जगह जिला मुख्यालयों (डीसी कार्यालयों) में दरबार लगाए जाएं, जहां प्रत्येक व्यक्ति कांग्रेसी मंत्रियों तक पहुंच सके, लेकिन साढ़े चार में ये मंत्री लोगों की पहुंच तो क्या उनके नजरों के सामने भी नहीं आए।