रोमाणा ने कार्यकताओं से ठीक हुए कोरोना मरीजों से प्लाजमा दान देने की मुहिम शुरू करने की घोषणा की

YAD President Parambans Singh Romana

यूथ अकाली दल ने स्वास्थ्य मंत्री को बर्खास्त करने की मांग की और मुख्यमंत्री से मांग की है कि वह राज्य के स्वास्थ्य सलाहकार की कोविड महामारी से सही ढ़ंग से न निपटने के बारे की रिपोर्ट के बाद फार्महाउस से बाहर आएं

चंडीगढ़/05सिंतबर: यूथ अकाली दल ने आज कहा कि कांग्रेस सरकार ने अपने स्वास्थ्य सलाहकार द्वारा कोविड-19 महामारी को गलत तरीके से संभालने के लिए स्पष्ट रूप से स्वास्थ्य मंत्री बलबीर सिंह सिद्धू को बर्खास्त किया जाना चाहिए क्योंकि उसने मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह से बाहर आने और स्वास्थ्य सेवाओं में लोगों का विश्वास बहाल करने के लिए तत्काल कदम उठाने की मांग की है।

यहां एक डिजिटल प्रेस कांफ्रेंस को संबोधित करते हुए यूथ अकाली दल के अध्यक्ष परमबंस सिंह रोमाणा ने यह भी घोषणा की कि पार्टी प्लाजमा दान को प्रोत्साहित करने के उददेश्य से एक कार्यक्रम शुरू करेगी, जिसमें युवा कार्यकर्ताओं को बुलाया गया था, जो कोविड महामारी से ठीक हुए हैं।उन्होने कहा कि यूथ अकाली दल शीघ्र ही हेल्पलाइन नंबर के साथ गंभीर रूप में बीमार कोविड रोगियों की सहायता के लिए आगे आएगा। उन्होने कहा कि हम युवा कार्यकर्ताओं के साथ साथ हम अन्य लोगों को डाटा भी एकत्र कर रहे हैं जो इस महान काम के लिए अपना प्लाजमा दान करने के लिए तैयार हैं।

सरदार परमबंस सिंह रोमाणा ने कहा कि स्वास्थ्य सेवाओं को अपग्रेड करने और बनाए रखने में कांग्रेस सरकार की विफलता के साथ साथ उच्च मृत्यु दर स्वास्थ्य मंत्री को बर्खास्त करने के लिए पर्याप्त कारण थी। हालांकि, राज्य के स्वास्थ्य सलाहकार के के तलवार की रिपोर्ट मुख्यमंत्री पर लगा कलंक है क्योंकि विशेषज्ञ ने राज्य के नियंत्रण क्षेत्रों का प्रबंधन करने में असमर्थता की ओर इशारा किया है जो राज्य पुलिस का काम था जो मुख्यमंत्री को रिपोर्ट करता है। उन्होने कहा कि इसके अलावा स्वास्थ्य विशेषज्ञ ने स्पष्ट रूप से कहा था कि कोविड प्रसार को कम करने के लिए जुलाई में संपर्क ट्रेसिंग कराने में विफल रहने के लिए सरकार को दोषी ठहराने के अलावा सरकारी अस्पतालों से इलाज कराने की मांग करने में आम जनता में विश्वास की कमी थी।

मुख्यमंत्री से यह कहते हुए कि वह किस बात का इंतजार कर रहे हैं क्या जब तक यह मानव निर्मित त्रासदी नही बन जाती , उसे टालेने के लिए आवश्यक कदम उठाने के लिए वह क्या इंतजार कर रहे थे। सरदार परमबंस सिंह रोमाणा ने कहा कि पंजाब देश मंे सबसे अधिक मृत्यु दर में से एक है। उन्होने कहा कि अपने पड़ोसी हरियाणा की तुलना में भी 60हजार मामलों के लिए 1739 मौतें दर्ज की गई थी जबकि हरियाणा द्वारा 71000 केसों के लिए दर्ज की गई 769मौतें दर्ज की गई थी। इसके अलावा पंजाब के मामले में कुछ दिन पहले 106 मौतों के साथ मृत्यु दर बढ़ रही है।

मुख्यमंत्री को इस गंभीर स्थिति से निपटने के लिए राज्य के पास पड़े फंडों का उपयोग करने के बारे में बताते हुए सरदार रोमाणा ने कहा कि राज्य को अभी भी आपदा प्रबंधन कोष के तहत पड़े 6500 करोड़ रूपये के साथ साथ मुख्यमंत्री राहत कोष में एकत्र किए गए 60 करोड़ रूपये का पूरा उपयोग करना था। उन्होने कहा कि अब तक जो भी पैसा खर्च किया गया था, वह कांग्रेस सरकार के मिशन फतेह कार्यक्रम का प्रचार करने के लिए किया गया था जो पूरी तरह फ्लॉप शो होने के बाद मिशन शिकस्त में बदल गया था।

राज्य के सभी क्रिटिकल केयर सेंटरों की स्थिति में सुधार करने की तत्काल आवश्यकता की मांग करते हुए यूथ अकाली दल अध्यक्ष ने कहा कि सेंटर उपयुक्त देखभाल प्रदान में असमर्थ थे क्योंकि आईयू पूरी तरह काम नही कर रहे थे। ‘ इस स्थिति के कारण ही पटियाला मैडीकल कॉलेज में गंभीर मरीजों को पिछले महीने ऑक्सीजन सप्लाई की कमी का सामना करना पड़ा। फरीदकोट स्थित मैडीकल कॉलेज मे ंतो स्थिति बहुत ज्यादा खराब है वहां 60 डॉक्टर कोविड पॉजिटिव आए हैं क्योंकि उनके पास पर्याप्त सुरक्षा गेयर नही हैं। कॉलेज के चिकित्सा अधीक्षक ने सुविधाओं की कमी के चलते इस्तीफा दे दिया और यहां तक कि बाबा फरीद यूनिवर्सिटी ऑफ मैडीकल साइंसेज के कुलपति डॉ राजबहादुर ने वही इलाज कराने की बजाय चंडीगढ़ से इलाज कराने का फैसला किया। सभी क्रिटिकल केयर सेंटरों के साथ साथ कोविड केयर सेंटरों के साथ साथ कोविड आइसोलेशन वार्डो को अपग्रेड और आधुनिक बनाने की तत्काल आवश्यकता है।

मुख्यमंत्री से अपने फार्म हाउस से बाहर आने और सरकारी स्वास्थ्य सेवाओं में लोगों का विश्वास बनाने के लिए कदम उठाने के लिए कहा क्योंकि लोग कोविड रोगियों को अथॉरिटीज को लेकर नही जाने देेने की घटनाएं बढ़ गई हैं। सरदार रोमाणा ने कहा कि यह समय है कि मुख्यमंत्री को इस महत्वपूर्ण मोड़ पर राज्य का नेतृत्व करने कर राजनीतिक प्रदर्शन की आवश्कता है।यूथ अकाली दल ने स्वास्थ्य मंत्री को बर्खास्त करने की मांग की और मुख्यमंत्री से मांग की है कि वह राज्य के स्वास्थ्य सलाहकार की कोविड महामारी से सही ढ़ंग से न निपटने के बारे की रिपोर्ट के बाद फार्महाउस से बाहर आएं

परमबंस सिंह रोमाणा ने यूथ अकाली दल कार्यकताओं से जो कोविड वायरस से संक्रमित होने के बाद ठीक हो गए है से प्लाजमा दान देने की मुहिम शुरू करने की घोषणा की

चंडीगढ़/05सिंतबर: यूथ अकाली दल ने आज कहा कि कांग्रेस सरकार ने अपने स्वास्थ्य सलाहकार द्वारा कोविड-19 महामारी को गलत तरीके से संभालने के लिए स्पष्ट रूप से स्वास्थ्य मंत्री बलबीर सिंह सिद्धू को बर्खास्त किया जाना चाहिए क्योंकि उसने मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह से बाहर आने और स्वास्थ्य सेवाओं में लोगों का विश्वास बहाल करने के लिए तत्काल कदम उठाने की मांग की है।

यहां एक डिजिटल प्रेस कांफ्रेंस को संबोधित करते हुए यूथ अकाली दल के अध्यक्ष परमबंस सिंह रोमाणा ने यह भी घोषणा की कि पार्टी प्लाजमा दान को प्रोत्साहित करने के उददेश्य से एक कार्यक्रम शुरू करेगी, जिसमें युवा कार्यकर्ताओं को बुलाया गया था, जो कोविड महामारी से ठीक हुए हैं।उन्होने कहा कि यूथ अकाली दल शीघ्र ही हेल्पलाइन नंबर के साथ गंभीर रूप में बीमार कोविड रोगियों की सहायता के लिए आगे आएगा। उन्होने कहा कि हम युवा कार्यकर्ताओं के साथ साथ हम अन्य लोगों को डाटा भी एकत्र कर रहे हैं जो इस महान काम के लिए अपना प्लाजमा दान करने के लिए तैयार हैं।

सरदार परमबंस सिंह रोमाणा ने कहा कि स्वास्थ्य सेवाओं को अपग्रेड करने और बनाए रखने में कांग्रेस सरकार की विफलता के साथ साथ उच्च मृत्यु दर स्वास्थ्य मंत्री को बर्खास्त करने के लिए पर्याप्त कारण थी। हालांकि, राज्य के स्वास्थ्य सलाहकार के के तलवार की रिपोर्ट मुख्यमंत्री पर लगा कलंक है क्योंकि विशेषज्ञ ने राज्य के नियंत्रण क्षेत्रों का प्रबंधन करने में असमर्थता की ओर इशारा किया है जो राज्य पुलिस का काम था जो मुख्यमंत्री को रिपोर्ट करता है। उन्होने कहा कि इसके अलावा स्वास्थ्य विशेषज्ञ ने स्पष्ट रूप से कहा था कि कोविड प्रसार को कम करने के लिए जुलाई में संपर्क ट्रेसिंग कराने में विफल रहने के लिए सरकार को दोषी ठहराने के अलावा सरकारी अस्पतालों से इलाज कराने की मांग करने में आम जनता में विश्वास की कमी थी।

मुख्यमंत्री से यह कहते हुए कि वह किस बात का इंतजार कर रहे हैं क्या जब तक यह मानव निर्मित त्रासदी नही बन जाती , उसे टालेने के लिए आवश्यक कदम उठाने के लिए वह क्या इंतजार कर रहे थे। सरदार परमबंस सिंह रोमाणा ने कहा कि पंजाब देश मंे सबसे अधिक मृत्यु दर में से एक है। उन्होने कहा कि अपने पड़ोसी हरियाणा की तुलना में भी 60हजार मामलों के लिए 1739 मौतें दर्ज की गई थी जबकि हरियाणा द्वारा 71000 केसों के लिए दर्ज की गई 769मौतें दर्ज की गई थी। इसके अलावा पंजाब के मामले में कुछ दिन पहले 106 मौतों के साथ मृत्यु दर बढ़ रही है।

मुख्यमंत्री को इस गंभीर स्थिति से निपटने के लिए राज्य के पास पड़े फंडों का उपयोग करने के बारे में बताते हुए सरदार रोमाणा ने कहा कि राज्य को अभी भी आपदा प्रबंधन कोष के तहत पड़े 6500 करोड़ रूपये के साथ साथ मुख्यमंत्री राहत कोष में एकत्र किए गए 60 करोड़ रूपये का पूरा उपयोग करना था। उन्होने कहा कि अब तक जो भी पैसा खर्च किया गया था, वह कांग्रेस सरकार के मिशन फतेह कार्यक्रम का प्रचार करने के लिए किया गया था जो पूरी तरह फ्लॉप शो होने के बाद मिशन शिकस्त में बदल गया था।

राज्य के सभी क्रिटिकल केयर सेंटरों की स्थिति में सुधार करने की तत्काल आवश्यकता की मांग करते हुए यूथ अकाली दल अध्यक्ष ने कहा कि सेंटर उपयुक्त देखभाल प्रदान में असमर्थ थे क्योंकि आईयू पूरी तरह काम नही कर रहे थे। ‘ इस स्थिति के कारण ही पटियाला मैडीकल कॉलेज में गंभीर मरीजों को पिछले महीने ऑक्सीजन सप्लाई की कमी का सामना करना पड़ा। फरीदकोट स्थित मैडीकल कॉलेज मे ंतो स्थिति बहुत ज्यादा खराब है वहां 60 डॉक्टर कोविड पॉजिटिव आए हैं क्योंकि उनके पास पर्याप्त सुरक्षा गेयर नही हैं। कॉलेज के चिकित्सा अधीक्षक ने सुविधाओं की कमी के चलते इस्तीफा दे दिया और यहां तक कि बाबा फरीद यूनिवर्सिटी ऑफ मैडीकल साइंसेज के कुलपति डॉ राजबहादुर ने वही इलाज कराने की बजाय चंडीगढ़ से इलाज कराने का फैसला किया। सभी क्रिटिकल केयर सेंटरों के साथ साथ कोविड केयर सेंटरों के साथ साथ कोविड आइसोलेशन वार्डो को अपग्रेड और आधुनिक बनाने की तत्काल आवश्यकता है।

मुख्यमंत्री से अपने फार्म हाउस से बाहर आने और सरकारी स्वास्थ्य सेवाओं में लोगों का विश्वास बनाने के लिए कदम उठाने के लिए कहा क्योंकि लोग कोविड रोगियों को अथॉरिटीज को लेकर नही जाने देेने की घटनाएं बढ़ गई हैं। सरदार रोमाणा ने कहा कि यह समय है कि मुख्यमंत्री को इस महत्वपूर्ण मोड़ पर राज्य का नेतृत्व करने कर राजनीतिक प्रदर्शन की आवश्कता है।