लुधियाना, 26 फरवरी
जिला लुधियाना स्थित एक गैर सरकारी संगठन, सोसाइटी फॉर कंजर्वेशन एंड हीलिंग ऑफ एनवायरनमेंट (सोच) ने संत बाबा गुरमीत सिंह जी के मार्गदर्शन में हरिके वेटलैंड में वेटलैंड और प्रवासी पक्षियों के बारे में एक जागरूकता कार्यक्रम का आयोजन किया। इस कार्यक्रम में लुधियाना, बठिंडा, फिरोजपुर, तरनतारन, मोगा और मानसा आदि से लोग शामिल हुए।
संस्था के प्रधान डाॅ. बलविंदर सिंह लक्खेवाली और सचिव डाॅ. बृजमोहन भारद्वाज ने प्रतिभागियों से पर्यावरण में जल निकायों के महत्व पर चर्चा की और कहा कि जल निकाय पर्यावरण में स्पंज के रूप में कार्य करते हैं। जब बहुत अधिक पानी होता है, वे पानी सोख लेते हैं, जिससे बाढ़ कम हो जाती है और कमी होने पर पानी छोड़ देते हैं। उन्होंने इस बात पर भी जोर दिया कि वनस्पतियों और जीवों के साथ-साथ प्रवासी पक्षी वेटलैंड्स का एक अभिन्न अंग हैं, विशेष रूप से प्रवासी पक्षी, वेटलैंड्स के स्वास्थ्य के संकेतक हैं क्योंकि अधिक से अधिक पक्षी जैव विविधता से समृद्ध वेटलैंड्स की ओर पलायन करते हैं और विभिन्न प्रकार की प्रजातियां आकर्षित होती हैं। कार्यक्रम के दौरान नॉर्दर्न शॉवेलर, नॉर्दर्न पिंटेल, टफ्टेड डक, कॉमन पोचार्ड, यूरेशियन कूट, ब्राउन हेडेड गुल आदि सहित प्रवासी पक्षियों की 35 से अधिक प्रजातियाँ देखी गईं।
श्री जसदेव सिंह सेखों, जोनल कमिश्नर नगर निगम लुधियाना, जो एक पक्षी प्रेमी भी हैं, ने दुख व्यक्त करते हुए कहा कि पिछले कुछ वर्षों के दौरान पंजाब में अन्य वेटलैंड्स के साथ-साथ हरिके में भी लगातार कमी आई है, जिसका मुख्य कारण प्रदूषण के स्तर में वृद्धि है। जल निकाय और उनके आसपास अस्थायी विकास के कारण आवासों का नुकसान। कार्यक्रम में विभिन्न स्थानों से प्रतिभागियों ने पर्यावरण संरक्षण के लिए सोसायटी के प्रयासों का समर्थन करने और वेटलैंड्स और जैव विविधता के महत्व के बारे में अपने साथी समूहों के बीच जागरूकता फैलाने पर सहमति व्यक्त की।
इस मौके पर डॉ. मनमीत मानव, इंजी.अमरजीत सिंह, राहुल कुमार, विकास शर्मा, गुरप्रीत सिंह, रविंदर कौर, नवकिरण कौर, सुखजीत कौर, सुनैना मित्तल और सुमीर मित्तल मौजूद रहे।

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