नैशनल शैडयूल्ड कास्ट्स अलायंस ने 20 फरवरी को चुनाव कराने के चुनाव आयोग के फैसले का स्वागत किया

PS KAINTH
ਨੈਸ਼ਨਲ ਸ਼ਡਿਊਲਡ ਕਾਸਟਸ ਅਲਾਇੰਸ ਵੱਲੋ 20 ਫਰਵਰੀ ਨੂੰ ਚੋਣ ਕਮਿਸ਼ਨ ਵੱਲੋ ਚੋਣਾਂ ਕਰਵਾਉਣ ਦੇ  ਦੇ ਫੈਸਲੇ ਦਾ ਸੁਆਗਤ
 मुख्यमंत्री चन्नी और उनकी सरकार ने चुनाव आयोग को गुरु रविदास जयंती के महत्व के बारे में बताने में देरी कीकैंथ

 चंडीगढ़, 17 जनवरी 2022

नैशनल शैडयूल्ड कास्ट्स अलायंस  ने पंजाब में 14 फरवरी से 20 फरवरी तक चुनाव/मतदान की तारीख स्थगित करने के लिए भारत के चुनाव आयोग की सराहना की है। 16 फरवरी को गुरु रविदास जयंती के अवसर पर परिवर्तन करने पर विचार करने के लिए राजनीतिक दलों द्वारा चुनाव आयोग से अनुरोध करने के बाद तारीख बदल दी गई है, जिससे लाखों मतदाता 10 फरवरी से वाराणसी (गोवर्धन धाम) की यात्रा पर जाने कारण पंजाब विधानसभा के लिए अपने प्रतिनिधियों को चुनने का उनका संवैधानिक अधिकार खो जाता।

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नैशनल शैडयूल्ड कास्ट्स अलायंस के अध्यक्ष परमजीत सिंह कैंथ ने भी 14 जनवरी को मुख्य चुनाव आयुक्त सुशील चंद्रा को पत्र लिखकर 20 फरवरी तक मतदान स्थगित करने की मांग की थी। फैसले पर टिप्पणी करते हुए  कैंथ  ने कहा, “हमारा समुदाय चुनाव आयोग के फैसले का स्वागत करता है। इसने पंजाब में अनुसूचित जाति समुदाय की भावनाओं को आहात होने  से रोका है और राज्य में कानून-व्यवस्था की स्थिति को बेवजह परेशान होने से रोका है। राज्य भर में विरोध प्रदर्शन हुए जिस से समुदाय में असंतोष का संकेत मिला और चुनाव आयोग की तारीख बदलने का कदम शांति बनाए रखने के लिए महत्वपूर्ण था।”

इस मुद्दे पर राज्य सरकार को दोषी ठहराते हुए, कैंथ ने चरणजीत सिंह चन्नी के नेतृत्व वाली पंजाब सरकार की आलोचना की और कहा की वह गुरु रविदास जयंती के महत्व और शुभ तिथि के करीब चुनाव कराने के दुष्प्रभावों से अनभिज्ञ है।उन्होंने कहा कि पंजाब की राज्य सरकार को हर साल जयंती सप्ताह के दौरान पंजाब से वाराणसी आने वाले तीर्थयात्रियों की भारी आमद को ध्यान में रखना चाहिए था और इस संबंध में चुनाव आयोग को इस दुविधा के बारे में पहले से सलाह देनी चाहिए थी। अगर 14 फरवरी को वोटिंग होती तो अनबन हो सकती थी। चुनाव आयोग हमेशा चुनाव प्रक्रिया की घोषणा करने से पहले राज्य सरकार से परामर्श करता है और मुख्यमंत्री, जो स्वयं अनुसूचित जाति समुदाय से हैं, अपने कर्तव्यों के निर्वहन में लापरवाह थे, जिसके कारण चुनाव आयोग को गुरु रविदास महाराज की जयंती जैसे महत्वपूर्ण अवसर की सूचना नहीं मिल सकी।