पुरानी अमृतसर-तरनतारन सडक़ 69.67 करोड़ रुपए की लागत से होगी चार मार्गी-हरभजन सिंह ई.टी.ओ.

HARBHAJAN SINGH ETO(1)
ਪੁਰਾਣੀ ਅੰਮ੍ਰਿਤਸਰ-ਤਰਨਤਾਰਨ ਸੜਕ 69.67 ਕਰੋੜ ਰੁਪਏ ਦੀ ਲਾਗਤ ਨਾਲ ਹੋਵੇਗੀ ਚਾਰ ਮਾਰਗੀ- ਹਰਭਜਨ ਸਿੰਘ ਈ.ਟੀ.ਓ.
1 फरवरी को होगी प्रोजैक्ट की शुरुआत
चंडीगढ़, 30 जनवरी 2024
पंजाब के लोक निर्माण मंत्री स. हरभजन सिंह ईटीओ ने कहा है कि माझा क्षेत्र के दो ऐतिहासिक जिलों अमृतसर और तरनतारन को जोडऩे वाली पुरानी एन.एच-15/54 सडक़ को 69.67 करोड़ रुपए की लागत से चार मार्गी सडक़ में अपग्रेड किया जायेगा, और इस प्रोजैक्ट की शुरुआत 1 फरवरी को की जायेगी।
यहाँ जारी प्रैस बयान में यह जानकारी देते हुए लोक निर्माण मंत्री स. हरभजन सिंह ई.टी.ओ ने बताया कि इस समय सडक़ के इस हिस्से का कैरेजवे 9.75 मीटर है और लोक निर्माण विभाग के पास अपेक्षित रास्ता उपलब्ध है, इसलिए प्रोजैक्ट के लिए ज़मीन एक्वायर करने की ज़रूरत नहीं है। उन्होंने कहा कि इस प्रोजैक्ट की कुल सिविल लागत 61.24 करोड़ रुपए है और उपयोगिता तबदीली (जंगलात ज़मीन को मोडऩा, वृक्षों की कटाई, बिजली और अन्य समेत) की लागत 8.43 करोड़ रुपए है।
अधिक जानकारी देते हुए लोक निर्माण मंत्री ने कहा कि यह 2 महत्वपूर्ण जिले पुराने एनएच-15/54 मार्ग द्वारा जुड़े हुए थे और अब इस मार्ग को अमृतसर-बठिंडा मार्ग (एन.एच-54) के द्वारा बाइपास किया गया है। उन्होंने कहा कि नयी सडक़ बनने के बाद भी इस मार्ग पर यातायात कई गुना बढ़ गया है और इस मार्ग पर मौजूदा यातायात 50,000 पी.सी.यू. के करीब है। उन्होंने कहा कि इस मार्ग का अपना महत्व है क्योंकि इस पर कई ऐतिहासिक गुरुद्वारा साहिब स्थित हैं।
लोक निर्माण मंत्री ने कहा कि इसके अलावा यह मार्ग पंजाब शहरी योजना एवं विकास अथॉरिटी के मास्टर प्लान के अधीन भी आता है। उन्होंने कहा कि इस सडक़ पर धान की प्रोसेसिंग के मेगा यूनिट और कई राइस मिलें स्थित हैं और यह अमृतसर के साथ-साथ तरनतारन की बड़ी अनाज मंडियों के लिए पहुँच मार्ग के तौर पर भी काम करता है।
मंत्री ने कहा कि लोक निर्माण विभाग द्वारा हाल ही में लेवल क्रॉसिंग ए-12 पर एम.आर.टी. एंड एच के फंडों के साथ एक नया रेलवे ओवर ब्रिज (आर.ओ.बी.) बनाया गया है और इस मार्ग पर लेवल क्रॉसिंग ए-25 पर एक और आर.ओ.बी जल्दी ही इस प्रोजैक्ट के तौर पर शुरू होने जा रहा है, जो टैंडर प्रक्रिया के अधीन है। उन्होंने कहा कि इस सडक़ को चार-मार्गी करने से न केवल यातायात को आसान बनाने में मदद मिलेगी बल्कि इस सडक़ के साथ लगने वाले क्षेत्रों के विकास में भी तेज़ी आएगी।