मुख्यमंत्री मनोहर लाल, उपमुख्यमंत्री दुष्यंत चौटाला व् मंत्री अनिल विज ने हरियाणा वासियों को दी हिन्दी दिवस बधाई

ਮਾਫ਼ ਕਰਨਾ, ਇਹ ਖਬਰ ਤੁਹਾਡੀ ਬੇਨਤੀ ਭਾਸ਼ਾ ਵਿੱਚ ਉਪਲਬਧ ਨਹੀਂ ਹੈ। ਕਿਰਪਾ ਕਰਕੇ ਇੱਥੇ ਦੇਖੋ।

चंडीगढ़, 14 सितम्बर- हरियाणा के मुख्यमंत्री श्री मनोहर लाल ने हिन्दी दिवस पर प्रदेशवासियों को बधाई एवं शुभकामनाएं देते हुए कहा कि आज के दिन हमें हिन्दी के प्रयोग और इसके सम्मान को बढ़ाने का संकल्प लेना चाहिए। हिन्दी दिवस के अवसर पर आज यहां जारी एक संदेश में मुख्यमंत्री ने कहा कि हिन्दी भाषा भावों की अभिव्यक्ति का साधन ही नहीं है, बल्कि यह हमारी मातृभूमि के समृद्ध विकास का स्मरण भी कराती है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि आज ही के दिन वर्ष 1949 में संविधान सभा ने देवनागरी लिपि में हिन्दी को देश की राजभाषा के रूप में स्वीकार किया था। उन्होंने कहा कि तब से लेकर आज तक अन्तर्राष्ट्रीय मंचों पर भी हिन्दी व्यापक रूप में स्वीकार की जा रही है। इस दिशा में पूर्व प्रधानमंत्री स्व श्री अटल बिहारी वाजपेयी के प्रयास अग्रणी रहे हैं। संयुक्त राष्ट्र महासभा में हिन्दी में उनका सम्बोधन आज भी स्मरण किया जाता है।
हिंदी से हम हिंदवासी, हिंदी से हिंदुस्तान : दुष्यंत चौटाला 
हरियाणा के उपमुख्यमंत्री श्री दुष्यंत चौटाला ने हिंदी दिवस पर प्रदेश के लोगों को बधाई दी है। उन्होंने अपने ट्वीटर हैंडल पर ट्वीट करते हुए लिखा है, ‘हिंदी से गौरव हमारा, हिंदी ही पहचान है, हिंदी से हम हिंदवासी, हिंदी से हिंदुस्तान है। जय हिंद, जय हिंदी।’ उपमुख्यमंत्री श्री दुष्यंत चौटाला ने ट्वीट के बाद यहां जारी बयान में हिंदी दिवस की हार्दिक शुभकामनाएं देते हुए कहा कि अनेक नेताओं के सार्थक प्रयासों से हरियाणा की स्थापना हिंदी भाषी प्रदेश के रूप में हुई थी। इसमें पूर्व उप प्रधानमंत्री स्वर्गीय चौधरी देवीलाल जी का भी अहम योगदान रहा था ।
हिन्दी हमारी मातृभाषा: विज 
हरियाणा के गृह एवं स्वास्थ्य मंत्री अनिल विज ने कहा कि भारतीय संस्कृति और सभ्यता को एक सूत्र में पिरोए रखने में हिंदी महत्वपूर्ण भाषा है, जोकि हमारी सामाजिक परम्पराओं की संवाहक भी है। वहीँ विज आज हिंदी दिवस पर बोल रहे थे। उन्होंने कहा कि हिन्दी भाषा हमारी मातृभाषा है, यह हमें अपनी सामाजिक और राष्ट्रभक्ति की भावनाओं से ओतप्रोत करती है। इसलिए हमें हिन्दी के प्रचार-प्रसार के लिए निरंतर प्रयास करते रहना चाहिए। गृहमंत्री ने कहा कि हिन्दी हमें एक दूसरे से जोडऩे का काम करती है। उन्होंने कहा कि देश व समाज की समृद्धि उसकी भाषा में निहित होती । हमारी प्राचाीन सभ्यता एंव आधुनिक प्रगति के बीच हिन्दी एक प्रेरक सेतू का काम कर सकती है।