चंडीगढ़, 25 जुलाई- हरियाणा के उपमुख्यमंत्री श्री दुष्यंत चौटाला ने कहा कि प्रदेश की सडक़ों का सुदृढ़ीकरण किया जाएगा और इस दिशा में राज्य सरकार स्थाई समाधान सुनिश्चित करने के लिए ठोस कदम उठा रही है।
उपमुख्यमंत्री, जिनके पास लोक निर्माण (भवन एवं सडक़ें) विभाग का भी प्रभार है, ने आज सिरसा में लोगों की समस्याएं सुनी। इस अवसर पर कहा कि हाल ही में केंद्र सरकार ने प्रधानमंत्री ग्रामीण सडक़ योजना के तहत आठ जिलों की 83 सडक़ों के लिए 383.58 करोड़ रूपए की राशि स्वीकृत की है। उन्होंने बताया कि सिरसा जिला की 131 किलोमीटर लंबाई की 11 सडक़ों के अपग्रेडेशन (मजबूतीकरण व चौड़ाकरण ) पर 84 करोड़ 93 लाख रुपये की राशि खर्च होगी। इन सडक़ों के अपग्रेडेशन (मुरम्मत, चौड़ाकरण, मजबूतीकरण) के लिए प्लास्टिक कचरे का इस्तेमाल किया जाएगा, जिसके कारण सडक़ों की गुणवत्ता में बढोतरी होगी और आमजन को लंबी अवधि तक इनका लाभ मिलता रहेगा।
दुष्यंत चौटाला ने बताया कि सिरसा जिला की जिन 11 सडक़ों को अपग्रेड किया जाएगा उनमें ब्लॉक बढागुढडा के गांव दौलतपुर खेड़ा वाया रघुवाना, गांव बप्प से पुक्का पंजाब बोर्डर वाया झीरी-पंजमाला-थीराज-देशू खुर्द फग्गू-कमाल वाया पुक्का, ब्लॉक डबवाली के गांव गिद्दी खेड़ा से अबूबशहर की सडक़ शामिल है। इसी प्रकार ऐलनाबाद ब्लॉक के गांव ढाणी जाटान से बुढीमाड़ी वाया खारी सुरेरा-मिटठी सुरेरा-ममेरा, तलवाड़ा खुर्द से कुत्ताबढ वाया थोबरिया-बुढीमाड़ी-पट्टी कृपाल-हिमायुखेड़ा-रत्ताखेड़ा, ऐलनाबाद से दोलपालिया वाया ढाणी नैन सडक़ शामिल है। ब्लॉक नाथूश्री चौपटा में गांव डिंग से चाहरवाला वाया माखोसरानी-शक्करमंदोरी, शहीदांवाली से जोगीवाला से राजस्थान बॉर्डर वाया धिंकतानियां-अरनीयावाली-रंधावा- रूपाना खुर्द-लुदेसर-हंजीरा-रामपुरा ढिल्लों-गुसाईयां-खेड़ी कुम्हारियां-कागदाना-रामपुरा बागरिया-चारवाला सडक़ शामिल है। ब्लॉक ओढ़ा के गांव कालांवाली से माखा वाया आसीर, ब्लॉक रानियां की खारियां से नाखोरा वाया बालसर-भारोरानवाली, रानियां से ओटू वाया सुल्तानपुरिया धोतड़ झोरनवाली-धंनूर-अबूतगढ़ सडक़ शामिल है।
उप मुख्यमंत्री ने कहा कि इन सडक़ों के अपग्रेड होने से ग्रामीण क्षेत्र के लोग लाभान्वित होंगे। इसके साथ ही काराबोरियों को भी फायदा होगा। सडक़ों के अपग्रेड होने से यातायात सुगम होगा और समय की भी बचत होगी। उन्होंने कहा कि विकास एवं पंचायत विभाग ने प्लास्टिक कचरा प्रबंधन के लिए विशेष योजना तैयार की है। इसी कड़ी में प्लास्टिक कचरा प्रबंधन को सडक़ निर्माण कार्य के साथ जोड़ा गया है। सडक़ों के अपग्रेडेशन कार्य में प्लास्टिक कचरा का उपयोग किया जाएगा। इसके लिए विकास एवं पंचायत विभाग पीडब्ल्यूडी को गांव से निकलने वाला प्लास्टिक कचरा उपलब्ध करवाएगा। उन्होंने बताया कि प्लास्टिक से बनने व अपगे्रड होने वाली सडक़ों की उम्र ज्यादा होगी और लागत कम आएगी।

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