कोटा ताप विद्युत गृह की यूनिट 6 में देर रात तक उत्पादन आरंभ,

ਮਾਫ਼ ਕਰਨਾ, ਇਹ ਖਬਰ ਤੁਹਾਡੀ ਬੇਨਤੀ ਭਾਸ਼ਾ ਵਿੱਚ ਉਪਲਬਧ ਨਹੀਂ ਹੈ। ਕਿਰਪਾ ਕਰਕੇ ਇੱਥੇ ਦੇਖੋ।

कोल इंडिया से न्यूनतम दस रेक प्रतिदिन डिस्पेच कराएं-एसीएस एनर्जी
जयपुर, 10 अ€टूबर

राज्य में बिजली संकट के दौर में राहत भरा समाचार है कि रविवार को देर रात या सोमवार को सुबह तक कोटा ताप विद्युत गृह की यूनिट संख्या 6 में बिजली का उत्पादन शुरु हो जाएगा। अतिरि€त मुख्य सचिव एनर्जी डॉ. सुबोध अ्रग्रवाल ने बताया कि कोटा की इस यूनिट में 195 मेगावाट बिजली का उत्पादन होगा वहीं कालीसिंध तापीय विद्युतगृह की यूनिट 2 में 600 मेगावाट बिजली का उत्पादन आरंभ हो गया है।
इस बीच अतिरि€त डॉ. अग्रवाल को केन्द्रीय कोल सचिव श्री अनिल जैन ने एनसीएल और एसईसील से अधिक कोयला उपलŽध कराने के लिए संबंधित अधिकारियों को निर्देशित करने का विश्वास दिलाया है। डॉ. अग्रवाल ने केन्द्रीय कोल सचिव को संदेश भेजकर जेएस कोल की अध्यक्षता में गठित सब गु्रप की अनुशंसा के बाद भी एनसीएल से 4 रेक ही डिस्पेच होने व एसईसीएल से एक भी रेक डिस्पेच नहीं होने की और ध्यान आकर्षित करते हुए प्रतिदिन कम से कम दस रेक डिस्पेच कराने की मांग की है।
डॉ. अग्रवाल ने बताया कि राज्य सरकार प्रदेश में कोयले की उपलŽधता बढ़ाने के लिए कोल इंडिया व विद्युत निगम के संयु€त उपक्रम पर दबाव बनाए हुए हैं। 9 अ€टूबर को विद्युत उत्पादन निगम को कोल एनसीएल से 5 कोल रेक और एसईसीएल से सडक कम रेल मोड से एक रेक डिस्पेच हुई है। इसके साथ ही विद्युत उत्पादन निगम के कोल Žलॉक से 9 रेक डिस्पेच हुई है। उन्होंने बताया कि अब कुल मिलाकर औसतन 14 से 15 रेक कोयले की डिस्पेच होने लगी है।
डॉ. अग्रवाल ने बताया कि मुख्यमंत्री श्री अशोक गहलोत राज्य में विद्युत संकट की स्थिति की निरंतर समीक्षा कर रहे हैं और उसी का परिणाम है कि देश व्यापी संकट के बावजूद स्थिति में सुधार होने लगा है। उन्होंने बताया कि केन्द्र सरकार के कोल मंत्रालय पर विभाग के दबाव का असर भी होने लगा है।

और पढ़ें : अंगदान मृत्यु के बाद भी अंगदाता को गौरवान्वित करता है – मुख्यमंत्री गहलो

डॉ. अग्रवाल ने बताया कि रविवार को अवकाश का दिन और अधिक उमस भरी गर्मी होने के बावजूद बिजली की मांग में कुछ कमी देखी गई है वहीं उपलŽधता में बढ़ोतरी हुई है। रविवार को करीब 696 मेगावाट की उपलŽधता बढ़ी हैं वहीं करीब 99 मेगावाट की औसत मांग और 682 मेगावाट की अधिकतम मांग में कमी आई है। डॉ. अग्रवाल ने बताया कि राज्य में मौसम के सुधार के कारण करीब 207 लाख यूनिट सौर उर्जा व 175 लाख यूनिट पवन उर्जा की उपलŽधता रही। उन्होंने बताया कि राज्य में रोटेशन के आधार पर बिजली की कटौती की जा रही है।
—–