पंजाब को जनहितैषी और गंभीर नेताओं की जरूरत, भ्रष्ट, मीसने और मसंद नेताओं की नहीं: भगवंत मान

पूर्व मुख्यमंत्री प्रकाश सिंह बादल की टिप्पणी पर भगवंत मान ने दिया करारा जवाब
श्री गुरु ग्रंथ साहिब की बेअदबी, नौजवानों पर अत्याचार, पंजाब के सिर ऋण का भार, माफिया राज और ड्रग का साम्राज्य सब प्रकाश सिंह बादल की देन है : भगवंत मान
बादल परिवार, कैप्टन परिवार सहित अकाली दल और कांग्रेस पार्टी ने बारी बांध कर पंजाब के  खजाने को लुटा: भगवंत मान

चंडीगढ़, 2 फरवरी 2022

आम आदमी पार्टी (आप) पंजाब के मुख्यमंत्री पद के उम्मीदवार, सांसद मेंबर और प्रदेश अध्यक्ष भगवंत मान ने पूर्व मुख्यमंत्री प्रकाश सिंह की इस टिप्पणी कि ‘लोगों को गंभीरता की जरूरत है, ड्रामेबाजी या नौटंकी की नहीं’ पर पलटवार करते हुए जवाबी हमला किया है। मन ने प्रकाश सिंह बादल को संबोधित करते हुए कहा, ‘पंजाब को जनहितैषी और गंभीर नेताओं की जरूरत है, भ्रष्ट, मीसने और मसंद नेताओं की नहीं, जिनके शासनकाल में पंजाब ने खून के आंसू बहायें हो और पंजाब की नौजवानी नशे की  दलदल में डूबी हो।

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बुधवार को पार्टी मुख्यालय से जारी बयान में भगवंत मान ने पूर्व मुख्यमंत्री और शिरोमणि अकाली दल के सुप्रीमो बादल प्रकाश सिंह बादल के सख्त आलोचना करते हुए कहा, शिरोमणि अकाली दल और पंजाब की सियासत पर प्रकाश सिंह बादल और उनके सके सबंधियों का कब्ज़ा रहा है।  प्रकाश सिंह बादल ही करीब 19-20 साल पंजाब के मुख्यमंत्री रहे और उन्हें एक बुद्धिमान नेता समझ कर पंजाब वासिओं ने पांच बार मुख्यमंत्री बनाया था। लेकिन प्रकाश सिंह बादल के शासनकाल में जो हाल पंजाब, पंजाबी और पंजाबियत का हुआ है वह किसी से छिपा नहीं है।

प्रकाश सिंह बादल के सियासी दौर में पंजाब ने वह संताप झेला, जिसे पंजाब की कई पीढिय़ां भूल नहीं सकतीं। श्री गुरु ग्रंथ साहिब की बेअदबी, नौजवानों पर अत्याचार, पंजाब सिर ऋण का भार, माफिया शासन और नशे का साम्राज्य, सब प्रकाश सिंह बादल की देन है।  उन्होंने सवाल किया की प्रकाश सिंह बदल बता सकते है कि गंभीरता क्या होती है? गंभीर नेता कौन होता है? पिछले 50 सालों पंजाब में ड्रामेबाजी कौन करता रहा?

मान ने प्रकाश सिंह बादल से पूछा, “उस नेता को क्या कहा जाये जो पंजाब को आग की भट्टी में झोंक  कर दूसरे राज्य के फार्महाउस में जा बैठे और अपने बेटे को विदेश भेज देते है। आम लोगो के बेटों को पंथ को बचाने के लिए आग में झोंक दे, फिर जब राजभोग करने का समय आए, तो अपने बेटे को विदेश से बुलाकर सरकार की बागडोर उसके हाथ में सौंप दे। उन्होंने कहा कि सत्ता में रहे बदल परिवार, कैप्टन परिवार सहित अकाली दल और कांग्रेस ने पंजाब के खजाने को लूटा और पंजाब को उजाड़ा है। गांवों में सिवयों की आग जलाई और घरों के चूल्हों की आग को बुझाया है। इन नेताओं ने अपनी-अपनी सात पीढिय़ों के लिए दौलत बटोरी ली, जबकि पंजाब का एक एक सदस्य कर्ज के दरिया में डुबो दिया गया।

भगवंत मान ने प्रकाश सिंह बादल द्वारा कहे गए शब्दों पर प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि,”बादल साहब पंजाब पर रहम करो तथा कोई गंभीर बात करो। पंजाब, पंथ और पंजाबियों ने आपके राज के संताप को झेला है। पंजाब के लोग इस बार विधानसभा चुनाव को जरूर गंभीरता से लेंगे। ड्रामेबाजी और नौटंकी करने वाले मीसने-मसंद (गुरू के दोषी)नेताओं को मुँह नहीं लगाएंगे। उन्होंने कहा, “लोगों ने शिरोमणि अकाली दल और बादल परिवार के राजकाल को परख लिया है। पंथ और पंजाबियत का मुखौटा पहने दोगले चेहरे वाले नेताओं की जाब की जनता को पहिचान हो चुकी है। इस लिए अब पंजाब की जनता ने आम आदमी पार्टी की सरकार बनाने की ठानी हुई है तांकि बारी बांध कर पंजाब को लूटने वाली पार्टियों और गैर-गंभीर नेताओं से पंजाब को बचाया जा सके।