शिरोमणी अकाली दल ने चंडीगढ़़ पुलिस से भाजपा के खिलाफ रिश्वत का आरोप लगाने वाले आप पार्टी के विधायकों के मोबाइल फोन जब्त करने की अपील की


एन.के शर्मा और परमबंस रोमाणा ने एस.एस.पी को  शिकायत सौंपी

कहा कि यदि यह सच  तो कि मामले में सख्त कार्रवाई की जानी चाहिए, लेकिन अगर आरोप झूठे हैं तो इस मामलें में सभी संबंधित आप पार्टी के विधायकों के साथ साथ हरपाल चीमा और अन्य के खिलाफ मामला दर्ज किया जाना चाहिए

चंडीगढ़/17सितंबर :-   शिरोमणी अकाली दल ने आज चंडीगढ़ पुलिस से आम आदमी पार्टी के उन विधायकों के मोबाइल फोन जब्त करने की अपील की जिन्होने भाजपा पर वफादारी बदलने के लिए 25-25 करोड़ रूपये की पेशकश करने के आरोप लगाए तथा इसकी गहन  फॉरेंसिक जांच की जानी चाहिए।

शिरोमणी अकाली दल के वरिष्ठ  नेता एनके शर्मा और परमबंस सिंह रोमाणा ने आज वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक (एसएसपी) को एक शिकायत सौंपी, जिसमें कहा गया है कि आप पार्टी द्वारा लगाए गए आरोप कि गृहमंत्री अमित शाह के कहने पर उसके विधायकों को खरीदने का प्रयास किया गया, यह बेहद गंभीर है और इसकी गहनता से जांच की जाने की जरूरत है। उन्होने कहा, ‘‘ अगर आरोप सही है तो भाजपा नेताओं यां बिचौलियों के खिलाफ मामला दर्ज किए जाने चाहिए, अगर वे गलत साबित होते हैं तो आप पार्टी के सभी विधायकों के साथ साथ वित्तमंत्री हरपाल चीमा और अन्य वरिष्ठ नेताओं के खिलाफ एफ.आई.आर दर्ज की जानी चाहिए , जिन्होने रिश्वतखोरी का दावा किया है’’।

श्री एनके शर्मा ने कहा कि चूंकि कुछ कॉल और कुछ घटनाओं के बारे प्रेस कांफ्रेंस की गई थी, इसीलिए चंडीगढ़ पुलिस को मामले की जांच का पूरा अधिकार है। उन्होने कहा, ‘‘ एक विधायक शीतल अनुग्रह ने यह भी दावा किया है कि उनपर हमला किया गया और उनपर हमला किया गया और उनके व्यक्ति को जान से मारने की धमकी भी दी गई थी। इस आरोप की जांच की जानी चाहिए और विधायकों को हमले के समय और स्थान के साथ मौत की धमकी का खुलासा करने के लिए कहा जाना चाहिए’’’।

यह कहते हुए कि यह मुददा पंजाबियों की गरिमा से भी जुड़ा है, श्री शर्मा ने कहा, ‘‘ ऐसी धारणा बनाई गई है कि पंजाब के विधायक खुद को भाजपा के हाथों बेचने के लिए तैयार हैं’’। उन्होने कहा कि आरोप खुद संदिग्ध है, क्योंकि भाजपा अपने विधायक को दस यां उससे अधिक विधायकों को खरीदकर मुख्यमंत्री नही बना सकती । उन्होने कहा, ‘‘ राजनीतिक लाभ के लिए इस मुददे को उठाने की साजिश हो सकती है। आम आदमी पार्टी यह दिखाने पर तुली है कि कांग्रेस के विधायक बिक्री योग्य हैं, जबकि दिल्ली और पंजाब दोनों में उसके विधायक पार्टी के पीछे चटटान की तरह खड़े हैं, यहां तक कि उनकी वफादारी को खरीदने के प्रयासों को भी खारिज कर दिया गया है’’।

श्री शर्मा ने कहा कि आप पार्टी ने दिल्ली में ऐसा ही नाटक किया था , जहां उसने अपने विधायकों को खरीदे जाने का हल्ला मचाया था और फिर सरकार के पक्ष में विश्वास मत पारित करने के लिए विधानसभा का सत्र बुलाया था। उन्होने कहा कि पार्टी पंजाब में भी यही ड्रामा करने के की तैयारी कर रही है’’।

अकाली नेता ने आप पार्टी की सरकार से पूरे मामले की उच्च न्यायालय की निगरानी में जांच के लिए अपनी सहमति देने की मांग की। उन्होने कहा , ‘‘ अगर  आप पार्टी की सरकार के पास छिपाने के लिए कुछ नही है तो मामले की जांच के लिए उच्च न्यायालय से अनुरोध करने से डरना नही चाहिए। उन्होने गृहमंत्री अमित शाह से इन आरोपों की गहन जांच कराने की भी अपील की क्योंकि आप पार्टी के विधायकों को लुभाने की कोशिश के दौरान उनके नाम का इस्तेमाल किया गया । उन्होने कहा, ‘‘ यह किसी विशेष पार्टी का मामला नही, बल्कि लोकतंत्र और इसकी नींव के लिए एक चुनौती है’’।

 

 

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