कांग्रेस सरकार ने सरकारी खजाने की कांग्रेसियों द्वारा की लूट की कीमत चुकाने के लिए किसानों को मजबूर किया: शिरोमणी अकाली दल

Daljit Singh Cheema SAD

सरकार द्वारा 23,500 पराली संभालने की मशीनों के लिए 300 करोड़ रूपये सब्सिडी देने से इंकार करना निंदनीय: डॉ. दलजीत सिंह चीमा

सरकार सुप्रीम कोर्ट को गुमराह कर रही, अभी तक कोरोना से निपटने के लिए मिले केंद्रीय फंड सरकार ने नही खर्चे

चंडीगढ़/10अगस्त: शिरोमणी अकाली दल ने आज कहा कि कांग्रेसियों द्वारा सरकारी खजाने की कीमत पंजाब के किसानों को भुगतनी पड़ रही है तथा सरकार पराली संभालने वाली मशीनरी से 300 करोड़ रूपये सब्सिडी देने से यह कहकर भाग रही है कि यह पैसा वह कोरोना से निपटने के लिए उपयोग कर रही है।

यहां जारी किए एक प्रेस बयान में पूर्व मंत्री डॉ. दलजीत सिंह चीमा ने कहा कि यह बेहद हैरानी वाली बात है कि कांग्रेस सरकार ने सुप्रीम कोर्ट में बयान दिया है कि उसने 23500 रूपये पराली संभालने की मशीनों के लिए रखे फंड कोरोना से निपटने के लिए उपयोग कर लिए हैं जबकि वास्तविकता यह है कि उसने इस मकसद के लिए केंद्र सरकार द्वारा दिए अभी तक फंड पूरी तरह उपयोग नही किए हैं। उन्होने कहा कि ऐसा लगता है कि पंजाब सरकार सुप्रीम कोर्ट को गुमराह कर रही है क्योंकि इसने अभी तक डिजास्टर मैनेजमैंट फंड एकत्र किए हुए 6000 करोड़ रूपये भी इस्तेमाल नही किए हैं। उन्होने कहा कि कांग्रेस सरकार ने यह भी माना है कि उसने मुख्यमंत्री राहत फंड में एकत्र हुए 60 करोड़ रूपये अभी तक उपयोग नही किए जो सिर्फ कोरोना महामारी से निपटने के लिए उपयोग किए जाने थे।

डॉ. दलजीत सिंह चीमा ने कहा कि सिर्फ इतना ही नही केंद्र सरकार से इस महामारी से निपटने के लिए अलग अलग तरह के फंड पंजाब सरकार ने प्राप्त किए हैं। सरकार ने अभी तक यह पैसा भी पूरी तरह नही खर्चा तथा इसके उपयोग का सर्टिफिकेट भी जमा नही करवाया।

अकाली नेता ने कहा कि इन तथ्यों के मददेनजर यह बेहद हैरानी करने वाली बात है कि सरकार किसानों को पराली संभालने वाली मशीनों पर सब्सिडी तथा खरीदने के लिए फंड जारी करने से टालमटोल कर रही है। उन्होने कहा कि सरकार को इसका जवाब देना चाहिए कि वह जब पराली संभाल मशीनरी की खरीद के लिए पैसा जारी नही कर सकती तो फिर वह पराली जलाने पर किसानों के खिलाफ सख्त कार्रवाई क्यों करती है? उन्होने कहा कि सरकार के इस कदम से राज्य के वातावरण पर बेहद बुरा असर पड़ेगा तथा इससे प्रदूषण में बढ़ोतरी होगी। उन्होने कहा कि अकाली दल कांग्रेस सरकर के इस किसान विरोधी कदम की सख्त निंदा करता है तथा पार्टी ने सरकार को पराली संभाल मशीनरी खरीदेने के लिए पैसे जारी करने के लिए कहते हुए कहा कि यदि ऐसा न किया गया तो फिर सरकार संघर्ष का सामना करने के लिए तैयार रहे।

अकाली नेता ने यह भी कहा कि सरकार ने कांग्रेसियों तथा शराब तथा रेत माफिया के साथ मिलकर सरकारी खजाने की खुल्लमखुला लूट की आज्ञा दी है। उन्होने कहा कि शराब के ठेकेदारों तथा रेत माफिया को महामारी के दौरान 676 करोड़ रूपये का सीधा लाभ दिया गया। उन्होने कहा कि इसके अलावा सरकार ने 5600 करोड़ रूपये का आबकारी घाटा पड़ने दिया। उन्होने कहा कि यही असली कारण है कि आज सरकारी खजाना खाली है न कि कोरोना से जंग इसका असली कारण है।