पार्टी कार्यकर्ता उस दिन किसानों के साथ विरोध प्रदर्शन में शामिल होकर संसद तक जाएंगें: सरदार सुखबीर सिंह बादल
चंडीगढ़ 11सिंतबर 2021 शिरोमणी अकाली दल ने तीनों कृषि कानूनों के लागू होने के एक साल पूरा हाने पर 17 सितंबर को काला दिवस के रूप में मनाने का फैसला किया है। तीनों कृषि कानूनों को रदद करने की मांग को लेकर पार्टी कार्यकर्ता किसानों के साथ गुरुद्वारा श्री रकाब गंज से संसद तक विरोध प्रदर्शन निकालेंगें।
पार्टी विधायक, जिला अध्यक्ष, हल्का सेवकों, विधायकों और कोर कमेटी के सदस्यों की मीटिंग में इसका निर्णय पार्टी अध्यक्ष सरदार सुखबीर सिंह बादल ने लिया।
पार्टी के वरिष्ठ उपाध्यक्ष डाॅ. दलजीत सिंह चीमा ने कहा कि पार्टी नेता और कार्यकर्ता पंजाब के लोगों के साथ इस विरोध प्रदर्शन में हिस्सा लेंगें और उन्होने इसमें सभी से तहे दिल से इसमें शामिल होने की अपील की। उन्होने यह भी खुलासा किया कि विरोध प्रदर्शन की शुरूआत से पहले तीनों खेती कानूनों को रदद करने के लिए अरदास की जाएगी। यहां उल्लेखनीय है कि आज ही के दिन सरदारनी हरसिमरत कौर बादल और सरदार सुखबीर सिंह बादल ने ससंद में तीनों कृषि कानून पारित करने का पुरजोर विरोध किया था, और वे केवल दो सांसद थे, जिन्होने इन विधेयकों के खिलाफ मतदान किया था। इसके बाद शिरोमणी अकाली दल की प्रतिनिधि सरदारनी हरसिमरत कौर बादल ने मंत्रालय से इस्तीफा दे दिया था, जिसके बाद शिरोमणी अकाली दल ने एनडीए छोड़ और भाजपा से भी अपना गठबंधन तोड़ दिया था।
उन्होने कहा कि सिर्फ अकाली दल ही एकमात्र ऐसी राजनीतिक पार्टी है जिसने किसानों का समर्थन करने के लिए मंत्री पद और गठबंधन का बलिदान दिया , जबकि अन्य ने केवल अपनी जेब में इस्तीफा पत्र होने का दावा किया था, जिसे कभी भी दिया नही गया। उन्होने कहा कि अकाली दल किसानों के मकसद के लिए चटटान की तरह खड़ा हुआ है , और जब तक काले कानूनों को रदद नही किया जाता, तब तक वह ऐसा ही करता रहेगा।

English






