सभी जन शिकायतों का निपटारा किया गया
लगभग 42,000 वर्ग फुट कार्यालय और बाहरी स्थल को पुनः कार्य योग्य बनाया गया
फाइलों की समीक्षा में 100 प्रतिशत लक्ष्य हासिल किया गया और 12,651 फाइलों का निपटारा किया गया
स्क्रैप निपटान से 1.51 करोड़ रुपये से अधिक का राजस्व प्राप्त हुआ
नागरिक उड्डयन मंत्रालय ने लंबित मामलों के निपटान के लिए विशेष अभियान (एससीडीपीएम) 3.0 के अंतर्गत विभिन्न गतिविधियों को सफलतापूर्वक पूर्ण किया है। इस अभियान में नागरिक उड्डयन मंत्रालय और देश भर में विस्तारित उसके संबद्ध, अधीनस्थ और स्वायत्त संगठनों ने बेहद उत्साह के साथ भागीदारी करते हुए प्रमुख क्षेत्रों में उल्लेखनीय परिणाम हासिल किए हैं।
(i) लंबित मामलों का प्रभावी निपटान: अभियान के अंतर्गत, मंत्रालय ने अपने संबद्ध, अधीनस्थ और स्वायत्त संगठनों के साथ मिलकर निम्नलिखित मामलों में अभियान के दौरान निपटान के लिए चिन्हित लंबित मामलों को पूर्ण कर लिया है:
सांसदों के सभी सन्दर्भों का निस्तारण कर दिया गया है
92 प्रतिशत संसदीय आश्वासनों को पूरा कर दिया गया है
राज्य सरकार के सभी सन्दर्भों का निस्तारण कर दिया गया है
सभी जन शिकायतों का निस्तारण कर दिया गया है
पीएमओ के सभी संदर्भ का निस्तारण किया गया
93 प्रतिशत लोक शिकायत अपीलों का निपटारा कर दिया गया है
(ii) नियमों/प्रक्रियाओं को आसान बनाना: कामकाज के सुचारू रूप से संचालन और कारोबार में आसानी को बढ़ावा देने के लिए 41 नियमों/प्रक्रियाओं को सरल बनाया गया।
(iii) कुशल स्थल उपयोग: लगभग 42,000 वर्ग फुट कार्यालय और बाहरी स्थल को पुनः कार्ययोग्य बनाया गया है, इससे अधिक सुखद और उत्पादक कार्य वातावरण में योगदान मिल रहा है।
(iv) फ़ाइलों का प्रबंधन: मंत्रालय ने अपने संबद्ध, अधीनस्थ और स्वायत्त संगठनों के साथ फाइलों की समीक्षा में 100 प्रतिशत लक्ष्य सफलतापूर्वक हासिल कर लिया है और 12,651 फाइलें सफलतापूर्वक हटा दी गई हैं। इसके अलावा, 3,285 ई-फाइलों की समीक्षा की गई।
(v) राजस्व सृजन: स्क्रैप और अनुपयोगी सामग्रियों के निपटान से 1,51,48,755 रुपये का राजस्व सृजन हुआ है।
(vi) सोशल मीडिया सहभागिता: मंत्रालय, अपने संबद्ध, अधीनस्थ और स्वायत्त संगठनों के साथ, मंत्रालय के प्रयासों और प्रगति को व्यापक रूप से प्रचारित करने के लिए सोशल मीडिया पर सक्रिय रूप से जुड़ा है। मंत्रालय और इसके प्रशासनिक नियंत्रण वाले कार्यालयों के आधिकारिक हैंडल से 600 से अधिक ट्वीट किए गए हैं।
(vii) स्वच्छता: बेहतर कार्य वातावरण प्रदान करने के लिए लक्षित 786 स्थलों के मुकाबले 786 स्थलों पर स्वच्छता अभियान का संचालन किया गया, जिसके परिणामस्वरूप कर्मचारियों के साथ-साथ आम जनता के लिए कार्यस्थल पर दक्षता और बेहतर अनुभव में वृद्धि हुई।
मंत्रालय में अभियान गतिविधियों और प्रगति की उच्चतम स्तर पर नियमित रूप से समीक्षा और निगरानी की गई और मंत्रालय में उच्चतम स्तर के अधिकारियों द्वारा मार्गदर्शन प्रदान किया गया।
इस अभियान के दौरान सर्वोत्तम कार्यप्रणालियों को भी अपनाया गया। कुछ सर्वोत्तम कार्य प्रणालियों की झलक इस प्रकार है:
एमसीडी विद्यालयों को अलमारियां प्रदान की गईं- विभिन्न एमसीडी स्कूलों और उनके क्षेत्रीय कार्यालयों को कॉर्पोरेट मुख्यालय, नई दिल्ली द्वारा 15 एमसीडी स्कूलों और उनके जोनल कार्यालयों को कवर करते हुए 50 नवीनीकृत स्टील की अलमारियां प्रदान की गईं।
एसयूजीएएम (सस्टेनेबल ग्रीन एयरपोर्ट्स मिशन) प्रौद्योगिकी में पहल:
भवन ऊर्जा प्रबंधन प्रणाली
पूर्व वातानुकूलित वायु इकाइयाँ
अध्यावास सेंसर और डिमर्स
ऊर्जा कुशल एचवीएसी सिस्टम
दिसंबर 2024 तक सभी एएआई हवाई अड्डों को नवीकरणीय ऊर्जा के माध्यम से संचालित करने के लक्ष्य का निर्धारण किया गया है। कुल 54 हवाई अड्डों ने अपने परिचालन को 100 प्रतिशत नवीकरणीय ऊर्जा में बदल दिया है।
योग कक्ष विकसित करने के लिए खाली स्थल का उपयोग किया गया: भारतीय विमानपत्तन प्राधिकरण के विभिन्न क्षेत्रीय मुख्यालयों और आरएचक्यू (एनईआर) गुवाहाटी, आरएचक्यू (ईआर) कोलकाता, आरएचक्यू (एसआर) चेन्नई, कोलकाता हवाई अड्डा, अगरतला, कांगड़ा, देवघर, भुवनेश्वर और औरंगाबाद हवाई अड्डों पर स्वच्छता अभियान के बाद खाली किए गए स्थलों पर योग कक्ष तैयार किए गए हैं।
रएचक्यू-एसआर, चेन्नई में योग कक्ष
कोलकाता हवाईअड्डे पर निर्मित योग कक्ष

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