
घोषणा की कि शिअदबसपा गठबंधन की सरकार बनने के बाद आयोग का गठन करके कांग्रेसियों द्वारा हड़पी गई सभी शामलात जमीन ग्राम पंचायतों को वापिस कर दी जाएगी
चंडीगढ़/24अक्टूबर 2021
शिरोमणी अकाली दल के अध्यक्ष सरदार सुखबीर सिंह बादल ने आज कहा है कि पूर्व मंत्री बलबीर सिंह सिद्धू ने कांग्रेस कार्यकाल के दौरान ‘शामलात ’ जमीनों पर कब्जा किया , जिसमें मोहाली के बडी गांव की 90 करोड़ रूपये की 7.5 एकड़ जमीन को निजी अस्पताल के निर्माण के लिए एक लाख रूपये प्रति वर्ष की लीज पर जबरन अधिग्रहीत किया गया।अकाली दल अध्यक्ष ने पूर्व सांसद प्रो. प्रेम सिंह चंदूमाजरा के साथ इसके खिलाफ धरना देने वाले बडी गांव का भी दौरा किया, लेकिन यह बेहद दुर्भाग्यपूर्ण बात है कि 90 करोड़ रूपये की जमीन के टुकड़े के लिए 33 साल की लीज पर हस्ताक्षर किए गए थे तथा क्षेत्र के लोगों की भावनाओं का जरा भी ध्यान न रखा गया।
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‘‘ मुझे पता चला है कि पूरी ग्राम सभा इस कदम के खिलाफ है सरपंच ने मुझे एक वीडियो भी दिखाया जिसमें बलबीर सिद्धू ग्रामीणों पर अस्पताल बनाने के लिए दबाब डालते नजर आ रहे हैं’’।सरदार बादल ने यहां एक प्रेस कांफ्रेस को संबोधित करते हुए कहा कि सिद्धू के खिलाफ अन्य शिकायतें भी हैं। ‘‘ इसमें एक ट्रस्ट शामिल है जिसकी अध्यक्षता उनकी अगुवाई में एक ‘‘ गौशाला’’ के लिए किया गया है, लेकिन जिसमें 10.4 एकड़ जमीन पर एक बैंकेंट हाल और अन्य वाणिज्यिक गतिविधियों को खोलने की अनुमति शामिल है। इस मामले में ग्रामीणों के खिलाफ कोड़ी के भाव जमीन लीज पर ली गई ’’।
अकाली दल अध्यक्ष ने कहा कि एक बार शिअद-बसपा गठबंधन की सरकार बनने के बाद वह बलबीर सिद्धू के सभी घोटालों की जांच के लिए एक आयोग स्थापित करेंगें ‘‘ हम सभी लीज को भी रदद कर देंगें और यह सुनिश्चित करेंगें कि सिद्धू द्वारा अवैध रूप से हड़पी जमीन को गांव की पंचायतों को वापिस कर दिया जाए’’।सरदार बादल ने सेहरा, आकडी, तखतू मजर और पबरा गांवों के ग्रामीणों से भी बातचीत की, जिन्होने बताया कि उन्हेआईटी पार्क के लिए अपनी जमीन अधिग्रहण के लिए पर्याप्त मुआवजा नही मिला है।
इस बीच सरदार बादल ने मुख्यमंत्री चरनजीत सिंह चन्नी से कहा कि वे फोटो खिंचवाने में व्यस्त रहने के बजाय राज्य का कामकाज संभालें उन्होने कहा कि कांग्रेस सरकार का कुप्रबंधन ऐसा था कि वह किसानों को समय पर डीएपी उर्वरक उपलब्ध नही करा सकी। ‘‘ अकाली दल नेतृत्व वाले कार्यकाल के दौरान डीएपी को दो महीने पहले ही राज्य में लाया गया था’’। उन्होने कहा कि इसी तरह गुलाबी सुडी हमले से पीड़ित किसानों को मुआवजा देने की घोषणाएं की जा रही हैं और चन्नी ने विज्ञापनों के माध्यम से इसका श्रेय भी लिया, लेकिन अब तक किसी भी किसान को कोई राहत नही मिली है’’।पंजाब कांग्रेस द्वारा पूर्व सीएम कैप्टन अमरिंदर की दोस्त अरूसा आलम के बारे में टिप्पणियों के बारे में कहते हुए सरदार बादल ने कहा कि ‘‘ यह वही कांग्रेसी नेता है, जिन्होने अरूसा आलम को सबसे उंचा दर्जा दिया और उनके साथ फोटों खिंचवाई उन्होने कहा कि उन्हे पंजाबियों को बताना चाहिए कि उन्होने पहले अरूसा आलम को पहले बेनकाब क्यों नही किया तथा न ही वे साढ़े चार साल से अधिक समय तक उनके खिलाफ बोले’’।

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