चार लाख से अधिक लोगों को मिले विभिन्न योजनाओं के लाभ
चण्डीगढ़, 8 अप्रैल – श्री मनोहर लाल की कम से कम मानव हस्तक्षेप से ऑनलाइन सेवाएं प्रदान करने व व्यवस्था परिवर्तन की स्कीम इंटरनेट दिवस पर साकार होती नजर आई ।
आजादी के 75वें अमृत महोत्सव कार्यक्रमों के तहत वीरवार को मुख्यमंत्री श्री मनोहर लाल ने वीडियो कांफ्रेंसिंग के माध्यम से चण्डीगढ़ से परिवार पहचान पत्र से जुड़ी चार योजनाओं नामतः मुख्यमंत्री अंत्योदय परिवार उत्थान योजना, वृद्धावस्था सम्मान भत्ता योजना, आयुष्मान भारत-जन-आरोग्य योजना, सार्वजनिक वितरण प्रणाली के तहत राशन कार्ड, जाति प्रमाण-पत्र लाभ पात्रों को लाभ पत्र वितरित किए तो उस समय पूरा हरियाणा का जिला प्रशासन इस कार्यक्रम से जुड़ा हुआ था । इस दिन हर जिले में 25-25 लाभ पात्रों को लाभ पत्र वितरित किए गए ।
मुख्यमंत्री श्री मनोहर लाल ने अपने संबोधन में कहा कि कभी-कभार लोग उनसे पूछते है कि आप इतने दिनों से ऑनलाइन व्यवस्था करने लगे हो इससे आपको क्या लाभ होगा । मुख्यमंत्री ने कहा कि उनसे मेरा जवाब होता है कि लोगों के चेहरों पर मुस्कुराहट लाना ही-मेरा राजनीतिक उद्देश्य है।
अंत्योदय परिवार रोजगार मेलों के फलस्वरूप 47 युवाओं को मिली प्राइवेट क्षेत्र में नौकरी एक लाख रूपए से कम वार्षिक आय वाले परिवारों को स्वावलंबी तथा आत्मनिर्भर बनाने के लिए मुख्यमंत्री अंत्योदय परिवार उत्थान योजना के तहत रोजगार उपलब्ध करवाकर उनकी आय बढ़ाने के उद्देश्य से 156 जगहों पर 570 मेला दिवसों का आयोजन किया गया। जिसके माध्यम से 81 हजार 931 चिन्हित परिवारों का सर्वे किया गया। इसमें 18 विभागों की विभिन्न योजनाओं के अंतर्गत 52 हजार 961 परिवारों के आवेदन पत्र सैद्धांतिक रूप से स्वीकृत किए गए हैं। इनमें से 49 हजार 948 परिवारों की आवेदन पत्र किसी न किसी ऋण संबंधित स्कीम के थे। इन आवेदनों को संबंधित बैंकों में आगामी कार्यवाही हेतु भेज दिया गया है।
इन मेलों में 1213 युवाओं को निजी नौकरी के अवसर प्रदान किये जा रहे हैं । 381 युवाओं का चयन निजी कम्पनियों द्वारा शॉर्टलिस्ट किया गया है जिन में से 47 युवाओं ने नौकरी ’जॉइन भी कर ली है।
परिवार पहचान-पत्र विश्व का एक अनूठा दस्तावेज आधार कार्ड के बाद सत्यापित पहचान मुख्यमंत्री ने कहा कि परिवार पहचान पत्र के माध्यम से अब प्रत्येक व्यक्ति को घर बैठे सरकारी योजनाओं का लाभ मिल सकेगा। शासन में व्यवस्था परिवर्तन करना ही सरकार का मुख्य उद्देश्य था, जिसकी आज से शुरुआत हो चुकी है। लोगों को अपना हक मांगने के लिए कहीं चक्कर नहीं लगाने पड़ेंगे, बल्कि घर बैठे स्वतः उनको योजनाओं का लाभ दिया जाएगा। मुख्यमंत्री ने कहा कि आमतौर पर कहा जाता है कि ‘प्यासा कुएं के पास जाता है परन्तु अब ऐसा नहीं होगा अब सरकारी कुआं हर प्यासे के घर-द्वार जाएगा और उसको उसका हक देगा’।
परिवार पहचान पत्र के डाटा सत्यापन के बाद जिन चार लाख से अधिक को लाभ प्राप्त होगा उनमें लगभग प्रदेश के तीन लाख परिवारों को आयुष्मान भारत जन आरोग्य योजना, अंत्योदय रोजगार मेला के 11 हजार 157, वृद्धावस्था सम्मान भत्ता योजना के 23 हजार, सार्वजनिक वितरण प्रणाली के राशन कार्ड के 33 हजार लाभ पात्र शामिल हैं ।

English






