विजीलैंस ब्यूरो ने इम्परूवमैंट ट्रस्ट के लेखाकार को 8 लाख रुपए रिश्वत लेने के दोष में किया गिरफ़्तार

_Punjab Vigilance Bureau
Punjab Vigilance Bureau (VB)
चंडीगढ़, 6 जनवरी 2024
पंजाब विजीलैंस ब्यूरो ने शनिवार को अमृतसर इम्परूवमैंट ट्रस्ट (ए.आई.टी.) में लेखाकार के तौर पर तैनात विशाल शर्मा निवासी अमृतसर, को 8 लाख रुपए रिश्वत की माँग करने और लेने के दोष में गिरफ़्तार किया है। इस केस में ए.आई.टी. के मुलजिम कानून अधिकारी गौतम मजीठिया, निवासी ग्रीन फील्ड, मजीठा रोड, अमृतसर को पहले ही गिरफ़्तार किया जा चुका है।
इस सम्बन्धी जानकारी देते हुए विजीलैंस ब्यूरो के प्रवक्ता ने बताया कि उक्त लेखाकार और ए.आई.टी. के लॉ अफ़सर को जतिन्दर सिंह निवासी प्रताप ऐवेन्यू, अमृतसर की शिकायत पर गिरफ़्तार किया गया है, जिसने इस सम्बन्धी मुख्यमंत्री भ्रष्टाचार विरोधी एक्शन लाईन पर शिकायत दर्ज करवाई थी।
अधिक जानकारी देते हुए प्रवक्ता ने बताया कि शिकायतकर्ता ने अपनी ऑनलाइन शिकायत में दोष लगाया है कि उक्त कानून अधिकारी और लेखाकार ने जि़ला अदालत के निर्देशों पर उसकी ज़मीन एक्वायर करने के बदले 20 प्रतिशत अतिरिक्त (फ़ाल्तू) मुआवज़े के तौर पर 20 लाख रुपए की राशि जारी करने के एवज़ में 8 लाख रुपए वसूले हैं। शिकायतकर्ता ने उक्त वकील से रिश्वत की रकम की अदायगी सम्बन्धी बातचीत रिकॉर्ड कर ली थी, जोकि सबूत के तौर पर उसने विजीलैंस ब्यूरो को सौंपी थी।
प्रवक्ता ने बताया कि केस की जांच के दौरान उक्त कानून अधिकारी ने खुलासा किया कि उसने लेखाकार विशाल शर्मा को 8 लाख रुपए के चैक सौंपे थे, जोकि शिकायतकर्ता के साथ हुई बातचीत की ऑडियो- वीडियो रिकॉर्डिंग में सच साबित हुई है। इसके अलावा, लेखाकार ने शिकायतकर्ता को बढ़ा हुआ मुआवज़ा देने के लिए एस्टीमेट पर दस्तखत किए हैं, जोकि शिकायतकर्ता से रिश्वत के पैसे लेने के लिए दोनों दोषियों की मिलीभुगत को जायज ठहराता है।
प्रवक्ता ने आगे बताया कि पड़ताल के आधार पर विजीलैंस ब्यूरो रेंज अमृतसर ने उक्त सह-मुलजिम लेखाकार को शिकायतकर्ता से 8 लाख रुपए रिश्वत लेने में दोषी पाए जाने पर गिरफ़्तार कर लिया है और मामले की आगे की जांच जारी है।