पराली की समस्या के समाधान के लिए मुख्यमंत्री चन्नी को पत्र भेजकर की है सब्सिडी की राशि जारी करने की मांग
61 हजार अर्जियों में से महज 9300 अर्जियां की गई स्वीकार
गत वर्ष बिना इस्तेमाल 45 करोड़ रुपये की सब्सिडी रकम केंद्र को लौटाई
चंडीगढ़, 09 नवंबर 2021
आम आदमी पार्टी (आप) पंजाब के वरिष्ठ नेता एवं विधायक अमन अरोड़ा ने प्रदेश के किसानों और खेतीबाड़ी सोसायटियों को सब्सिडी आधारित खेतीबाड़ी मशीनरी खरीदने के लिए समयानुसार रकम नहीं देने पर पंजाब सरकार की निंदा करते हुए पंजाब के मुख्यमंत्री चरणजीत सिंह चन्नी को चिट्ठी लिखकर किसानों को मशीनरी खरीदने के लिए तुरंत रकम और बकाया सब्सिडी जारी करने की मांग की है। अरोड़ा ने कहा कि पंजाब के किसानों और खेतीबाड़ी सोसाइटी ने फसलों की बुवाई और भूस को निपटाने के लिए विभिन्न किस्मों की मशीनें खरीदने के लिए 61 हजार से अधिक अर्जियां खेतीबाड़ी विभाग को दी थी। लेकिन लंबे समय से यह अर्जियां खेतीबाड़ी विभाग के दफ्तरों में धूल फांक रही हैं। जबकि पंजाब के किसान मशीनरी नहीं होने के कारण धान की पराली को आग लगाने के लिए मजबूर हो रहे हैं।
विधायक अमन अरोड़ा ने मुख्यमंत्री चरणजीत सिंह चन्नी को भेजे पत्र में खुलासा किया है कि पंजाब सरकार खेतीबाड़ी मशीन खरीदने के लिए किसानों और खेतीबाड़ी सुसाइटियों को सब्सिडी पैसे देने के दावे करती है लेकिन पंजाब के हजारों किसान और खेतीबाड़ी सहकारी सोसायटियां सब्सिडी आधारित खेतीबाड़ी मशीनरी खरीदने के लिए सरकारी रकम का इंतजार कर रही हैं। उन्होंने बताया कि प्रदेश के किसानों ने करीब 61 हजार अर्जियां देकर 1,64,800 मशीनें खरीदने के लिए सब्सिडी देने की मांग की थी, जिनमें से महज करीब 93 हजार अर्जियां स्वीकृत करके केवल 25,500 मशीनें खरीदने की ही मंजूरी पंजाब सरकार द्वारा दी गई है।
`आप’ नेता ने आरोप लगाया कि पंजाब सरकार के खेतीबाड़ी विभाग ने न तो किसानों की मांग के अनुसार पैसा जारी किया और न ही कुल खरीदी गई मशीनें किसानों तक पहुंची। इस कारण पंजाब के किसान मजबूरन पराली को आग लगाने के लिए विवश हैं। उन्होंने कहा कि पंजाब का किसान जानबूझ कर पराली को आग नहीं लगा रहा, बल्कि सरकारों की लापरवाही और मजबूत प्रबंध नहीं होने के कारण ऐसा हो रहा है। पराली जलाने से फैल रहा धुआं न केवल आम लोगों को परेशान कर रहा है, बल्कि स्वयं किसान भी धुएं से होने वाली बीमारियों की चपेट में आ रहे हैं।
अरोड़ा ने बताया कि केंद्र सरकार द्वारा वर्ष 2021-22 के लिए मंजूर हुई 346 करोड़ रुपये की सब्सिडी में से आज तक महज 106 करोड़ रुपये की सब्सिडी रकम ही किसानों, पंचायतों, सीएचसीज और सहकारी सोसायटियों को पंजाब सरकार द्वारा दी गई है। उन्होंने कहा कि पिछले वर्ष के दौरान पंजाब सरकार की लापरवाह कारगुजारी के कारण खेतीबाड़ी क्षेत्र के लिए केंद्र द्वारा जारी किया गया पैसा बिना इस्तेमाल के ही वापस जाता रहा है। जिसका उदाहरण है कि पिछले वित्तीय वर्ष के दौरान भी 45 करोड़ रुपये की केंद्रीय सब्सिडी रकम वापस हो गई थी, ऐसी कार्रवाई रोकने की जरूरत है।
अमन अरोड़ा ने पंजाब के मुख्यमंत्री चरणजीत सिंह चन्नी से मांग की है कि खेतीबाड़ी मशीनरी खरीदने के लिए किसानों की लंबित पड़ी अर्जियों को तुरंत मंजूर किया जाए और मशीनरी खरीदने के लिए पैसा जारी करने के साथ-साथ बकाया सब्सिडी रकम भी जारी की जाए।

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